बहुत कोशिश के बाद मैंने हिम्मत की और अपना सीधा पैर उठाया जो ज़ख़्मी हो गया था, सीधा हा बहुत कोशिश के बाद मैंने हिम्मत की और अपना सीधा पैर उठाया जो ज़ख़्मी हो गया था, सी...
वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, वो आज जो ह वो आज जो ना तो कल था और ना कल आएगा वो आज जिसको नहीं थामा तो वो छूट जाएगा, ...
मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वैसे तो म मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वै...
आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है। आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है।
मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की जिन्दग मैं खुद में ही सोचने लगी, "पता नहीं, लोगों को खुद की जिन्दगी से ज्यादा दूसरों की...